भगवद्गीता २ रे अध्यायमें धर्मका स्वरूप --०८-१२-२०१९ को दै ट्रिब्यूनमें प्रकाशित
Dainik Tribune (Lehrein), DM_08_December_2019
भगवद्गीता का नित्य पाठ घरघरमें किया जाता है। हर नई पीढीको यह सिखाना एक सामाजिक दायित्व है। यहाँ प्रस्तुत है संस्कृतके प्रकांड विद्वान डॉ बलराम अग्निहोत्री द्वारा गीता पाठ
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